Sunday 27 January 2013

अरे सुनो आज बिस्तर से उठने का दिल नहीं कर रहा .... प्रभु आज तुम ही भोजन करने आ जाओ...



अरे सुनो 

"आज बिस्तर से उठने का दिल नहीं कर रहा ....प्रभु आज तुम ही भोजन करने आ जाओ..." खासते हुए (आस्तिकता में सनी हुई) एक प्रार्थना की उसने ।

क्या पता उसका असली चेहरा है क्या ... पर रोज़ भोलेबाबा को भोजन पूछे हुए भोजन नहीं करता , विद्वानों के हज़ार मत होंगे पर हमारे लिए तो वो बस एक "आस्तिक" हैं ।

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